मिशन कर्मयोगी योजना 2023 (Mission Karmayogi Yojana): दोस्तों, कहा जाता है कि अगर किसी देश का विकास करना है तो उसे हर क्षेत्र में काम करना होगा और हमारी भारत सरकार इस बात को भली भांति जानती है इसलिए अपने देश के नागरिकों और सेवा कर्मियों के लिए अलग अलग प्रकार की सरकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है ताकि सभी का साथ और सभी का विकास किया जा सके। इसी क्रम को जारी रखते हुए हमारे देश की सरकार ने मिशन कर्मयोगी योजना की शुरुआत की है।
जिसके अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के कौशल का विकास किया जाएगा और उनका स्किल डेवलपमेंट किया जाएगा ताकि वे अपने कार्य को और भी ज्यादा कुशलता पूर्वक कर सके। आज के आर्टिकल में हम आपको मिशन कर्मयोगी योजना से संबंधित जानकारियां देने वाले है ताकि आप तक Mission Karmayogi Yojana की डिटेल्स पहुंच सके।
मिशन कर्मयोगी योजना क्या है
मिशन कर्मयोगी योजना को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा शुरू किया गया है । इस योजना के अंतर्गत देश के 46 लाख सरकारी कर्मचारियों के स्किल डेवलेपमेंट का कार्य किया जाएगा। मिशन कर्मयोगी योजना के तहत इन्हें लैपटॉप प्रदान किये जाएंगे और ऑन द साइड की ट्रेनिंग भी प्रदान की जाएगी। कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अलग अलग विभाग से टॉप अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। यह एक प्रकार का कौशल निर्माण कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता विकास कार्यक्रम (NPCSCB) शुरू किया जाएगा।
इस योजना के तहत सरकारी अधिकारियों का स्किल डेवलपमेंट किया जाएगा ताकि उनकी कार्य क्षमता को और भी अधिक बेहतर बनाया जा सके। इस योजना में नई एचआर परिषद , चयनित केंद्र मंत्री और मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इस योजना के लिए भारत सरकार द्वारा 5 साल का बजट निर्मित कर दिया गया है जिसके लिए कुल 510.86 करोड़ बजट निर्धारित किया गया है।
मिशन कर्मयोगी योजना संस्थागत ढांचा
आपको बता दें कि इस योजना के तहत एक स्वामित्व वाली विशेष प्रयोजन वाहन कंपनी का गठन किया जाएगा जिसे कि कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत गठित किया जाएगा। ये कंपनी एक नॉन प्रॉफिट संगठन होगी जो कि iGot कर्मयोगी प्लेटफार्म का स्वामित्व और प्रबंधन करेगी। इस कंपनी के द्वारा मेड इन इंडिया प्लेटफार्म को बढ़ावा दिया जाएगा, डिजिटल प्लेटफॉर्म को डिजाइन, इम्प्लीमेंट के साथ ही साथ मैनेज भी किया जाएगा।
इसके अलावा टेलीमेटरी डेटाबेस स्कोरिंग, मॉनिटरिंग और एवोल्यूशन किया जाएगा। साथ ही फीडबैक एसेसमेंट का कार्य भी किया जाएगा। मिशन कर्मयोगी योजना में प्रधानमंत्री के सार्वजनिक मानव संसाधन परिषद, क्षमता निर्माण आयोग, ऑनलाइन परीक्षण के लिए iGOT तकनीकी मंच, स्पेशल परपज व्हीकल और कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली समान इकाई भी सम्मिलित होगी।
मिशन कर्मयोगी योजना के तहत विकसित किए जाने वाले कौशल
- क्रिएटिविटी
- इनोवेटिव
- कल्पनाशीलता
- प्रोएक्टिव
- ऊर्जावान
- प्रगतिशील
- पारदर्शी
- सक्षम
- तकनीकी तौर पर दक्ष
ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए iGot कर्मयोगी मंच
प्रशिक्षण अवधि के बाद पुष्टि
तैनाती
रिक्तियों की जानकारी
कार्य का सौंपना
अन्य सेवाएं
Mission Karmayogi Scheme का उद्देश्य
इस योजना का संचालन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में किया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य सिविल अधिकारियों के कौशलता का विकास करना है और उनकी कार्य क्षमता को बढ़ाना है। Mission Karmayogi Yojana 2022 के तहत सिविल अधिकारियों को ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी और ई लर्निंग कंटेंट भी प्रदान किये जायेंगे।
मिशन कर्मयोगी योजना भारत सरकार के द्वारा शुरू किया गया सबसे बड़ा और अनूठा और इनोवेटिव ट्रेनिंग प्रोग्राम है। मिशन कर्मयोगी स्कीम का उद्देश्य सिविल अधिकारियों को अधिक रचनात्मक, सक्रिय, पेशेवर, कल्पनाशील, ऊर्जावान, प्रगतिशील, सक्षम, पारदर्शी और तकनीकी उन्नत बनाना है ताकि वे और भी बेहतर तरीके से देश के लिए अपनी सेवा दे सके।
Mission Karmayogi Scheme 2022 के लाभ
- मिशन कर्मयोगी योजना के माध्यम से सिविल अधिकारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाने का काम किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से अधिकारियों को उनके मोबाइल, लैपटॉप आदि के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेनिंग भी प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के तहत ऑन द साइड ट्रेनिंग पर विशेष जोर दिया जाएगा।
- इस योजना के संचालन के लिए एक स्वामित्व वाली विशेष प्रयोजन वाहन कंपनी का गठन किया गया है जिसे कि कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत गठित किया गया है। ये कंपनी एक नॉन प्रॉफिट संगठन होगी जो कि iGot कर्मयोगी प्लेटफार्म का स्वामित्व और प्रबंधन करेगी।
- कर्मयोगी योजना का लाभ करीबन 46 लाख कर्मचारियों को मिलेगा।
- इस योजना के अंतर्गत 5 साल की अवधि के लिए 510.86 करोड़ रुपयों का बजट भी निर्धारित किया गया है।
- मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत सिविल अधिकारियों को अधिक रचनात्मक, पेशेवर, कल्पनाशील, ऊर्जावान, प्रगतिशील, सक्षम बनाया जाएगा।
- प्रशिक्षण प्राप्त करके अधिकारियों की कार्य क्षमता का समुचित विकास हो सकेगा।
- सिविल अधिकारियों की कार्य क्षमता में विकास करने के लिए कर्मचारियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग की सेवा भी उपलब्ध करवाई जाएगी और उन्हें ई लर्निंग कंटेंट भी प्रदान किया जाएगा।
- सिविल अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अलग अलग विभाग के टॉप अधिकारियों को सम्मिलित किया जाएगा।
- मिशन कर्मयोगी योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में शुरू किया गया है। इस योजना में नई एचआर परिषद , चयनित केंद्र मंत्री और मुख्यमंत्री भी सम्मिलित होंगे ।
मिशन कर्मयोगी योजना ऑनलाइन अप्लाई
अगर आप Karmayogi Yojana के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना चाहते है तो आपको बता दें कि भारत सरकार द्वारा इस योजना के ऑनलाइन आवेदन के लिए किसी प्रकार की आधिकारिक वेबसाइट की घोषणा नही की गई है जहाँ से आप इस योजना के लिए आवेदन कर सके लेकिन आपको बता दें कि आप इस योजना का हिस्सा कभी भी बन सकते है।
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Conclusion
इस लेख के माध्यम से हमनें आप तक मिशन कर्मयोगी योजना से जुड़ी जानकारियां आप तक पहुंचाने की कोशिश की है ताकि आप तक Mission Karmayogi Yojana की सारी डिटेल्स पहुंच सके। उम्मीद करते है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा।
FAQ – Mission Karmayogi Yojana 2023
प्रश्न 1. मिशन कर्मयोगी योजना किसने शुरू की है?
उत्तर:- मिशन कर्मयोगी योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में शुरू किया गया है।
प्रश्न 2. इस योजना को सफल बनाने के लिए भारत सरकार ने कितना बजट निर्धारित किया है?
उत्तर:- भारत सरकार ने कर्मयोगी योजना को सफल बनाने के लिए 5 साल की अवधि के लिए 510. 86 करोड़ रुपयों का बजट निर्धारित किया है।