Mid Day Meal Scheme in Hindi (मिड डे मील योजना 2023): दोस्तों, हमारे देश में कई ऐसे घर है, जिसमें रहने वाले गरीब लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर पाना भी बड़ा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में गरीब परिवार के बच्चे पोषित आहार की कमी के काऱण कुपोषण का शिकार हो जाते है। हमारे देश से इस समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा Mid Day Meal (मध्याह्न भोजन योजना) को शुरू किया गया है।
जिसके अंतर्गत गरीब बच्चों को उनके स्कूल में ही मध्याह्न भोजन प्रदान किया जाएगा। जिससे कि बच्चों को उचित आहार मिलना संभव हो सकेगा। आज के आर्टिकल में हम आपको मिड डे मील योजना से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां देने वाले है ताकि आप तक सरकार की इस नई पहल की सभी डिटेल्स पहुंच सके। आगे हम आपको मिड डे मील योजना क्या है, इसके फायदे, इसका उद्देश्य आदि के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है। कृपया आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
मिड डे मील योजना क्या है? (Mid Day Meal Scheme In Hindi)
गरीब बच्चों के पढ़ाई के साथ ही साथ स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए मिड से मील स्कीम की शुरुआत की गई है जिसके अंतर्गत हमारे देश के प्राइमरी औऱ लघु माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को मिड डे मील यानी दोपहर का भोजन निःशुल्क प्रदान किया जाएगा। मिड डे मील योजना के तहत सरकार खाद्य सामग्री जिनमें गेंहू, चावल, डाल और अन्य सामग्री उपलब्ध करवाती है। Mid Day Meal Yojana (मध्याह्न भोजन योजना) के तहत 25 बालकों के ऊपर एक सहायक और एक रसोइया तथा 25 से अधिक बालकों के ऊपर 2 रसोइया और 2 सहायक की व्यवस्था की गई है।
मिड डे मील योजना के माध्यम से निःशुल्क दोपहर का भोजन मिलने से ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्कूल आएंगे औऱ शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे। इसके अलावा बच्चों को दोपहर का भोजन स्कूल पर ही मिल जाने से गरीब परिवारों के ऊपर से एक व्यक्ति को भोजन खिलाने का बोझ भी कम हो सकेगा तथा बच्चों को उचित आहार भी मिल सकेगा।
मिड डे मील स्कीम का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा के साथ ही साथ मध्याह्न का उचित भोजन भी उपलब्ध करवाना है ताकि किसी भी बच्चे को गरीबी के कारण भूखा न रहना पड़े या उचित आहार की कमी के कारण कुपोषण और एनीमिया जैसे रोगों का शिकार न होना पड़े।
इस योजना के द्वारा स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि होगी जिससे बच्चे शिक्षा हासिल करके जीवन में आगे बढ़ सकेंगे। इसके अलावा मिड डे मील मिलने से बच्चों को उचित आहार मिल सकेगा जिससे वे रोगमुक्त जीवन बिता सकेंगे।
Mid Day Meal Yojana के फायदे
- इस स्कीम के माध्यम से देश के गरीब परिवारों के बच्चों को पोषित आहार मिल पाएगा।
- मिड डे मील योजना के अंतर्गत दिए जाने वाला दोपहर का भोजन पूरी तरह से निःशुल्क है।
- इस योजना के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्कूल आएंगे जिससे गरीब परिवार के बच्चे भी शिक्षित होकर एक उज्ज्वल भविष्य की कल्पना कर सकते है।
- Mid Day Meal Yojana के द्वारा लोगों में शिक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ेगी और साक्षरता दर में वृद्धि भी होगी।
- इस योजना के द्वारा गरीब परिवारों के ऊपर से बच्चों के एक टाइम का भोजन उपलब्ध करवाने की चिंता घटेगी।
- मिड दे भोजन उपलब्ध होने से बच्चों को उचित आहार मिलेगा जिससे बच्चों में एनीमिया और कुपोषण जैसी खतरनाक बीमारियों की दर घटेगी।
- इसके साथ ही साथ Mid Day Meal Scheme Yojana के माध्यम से सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति की दर भी बढ़ेगी।
- MDM योजना का लाभ हमारे देश के 10.5 करोड़ बच्चों को प्राप्त हो रहा है।
- वर्ष 2002 के बाद से मिड डे मील योजना को मदरसों में भी शामिल किया गया है जिसका लाभ कई गरीब परिवार के बच्चे उठा रहे है।
मध्याह्न भोजन योजना से जुड़ी समस्याएं
- मिड डे मील स्कीम की सबसे बड़ी खामी, इस योजना में चल रही घोटाले की समस्या है। सरकार के द्वारा उच्च कोटि के खाद्यान्न दिए जाने के बावजूद बच्चों तक घटिया किस्म के खाद्य सामग्री ही पहुंचते है जिसके कारण सरकारी स्कूलों से बच्चों के मिड डे मील करने के बाद बीमार होने की खबरें आती रहती है ।
- कई बार तो रसोइए की लापरवाही के कारण भी दूषित खाना बच्चों को खिला दिया जाता है, जिससे वे बीमार पड़ने लग जाते है।
- सभी स्कूल इस योजना को गंभीरता पूर्वक नही ले रहे है , जिस कारण भी बच्चों को इस योजना का सही से लाभ नही मिल पाता है।
- एमडीएमएस स्कीम के तहत बच्चों को पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध नही करवाया जा रहा है जो इस योजना की एक बड़ी समस्या है।
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Mid Day Meal Scheme से संबंधित कुछ प्रश्न
प्रश्न 1. मिड डे मील योजना क्या है?
उत्तर :- यह केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई योजना है जिसके अंतर्गत हमारे देश के प्राथमिक और लघु माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को निःशुल्क दोपहर का भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा।
प्रश्न 2. मिड डे मील का वर्तमान नाम क्या है?
उत्तर :- अभी वर्तमान समय में मिड डे मील योजना का नाम बदलकर पीएम पोषण योजना कर दिया गया है। हमारे देश की सरकार पूरे देश में बाल पोषण को बढ़ावा देना चाहती है इसलिए इसलिए मध्याह्न भोजन योजना का नाम बदलकर पीएम पोषण शक्ति कर दिया गया है।
प्रश्न 3. मिड डे मील स्कीम कब स्टार्ट हुई?
उत्तर :- 15 अगस्त 1955 को मध्याह्न भोजन योजना को पूरे देश भर के 2408 ब्लॉकों में एक केंद्रीय प्रायोजित स्कीम के तौर पर लागू किया गया है। इसके बाद वर्ष 1997 से लेकर 1998 तक इस स्कीम को देश के सभी ब्लॉकों में चालू कर दिया गया था।